छत्तीसगढ़ मे सेव की खेती के अवसर (Opportunities of apple farming in Chhattisgarh)
डॉ विरेन्द्र कुमार पैंकरा छत्तीसगढ़ का उत्तरी पहाड़ी क्षेत्र का जलवायु सेव की खेती के लिये उपयुक्त देखा गया है, वहॉ आलु एवं शीतोष्ण फल अनुसंधान केन्द्र के द्वारा सेव की खेती सफलता पूर्वक किया गया । अतः वहॉ सेव की खेती के अवसर दिख रहे हैं, किसान भी अपने यहॉ परीक्षण कर सकते है। विश्व में भारत का सेब की खेती से उत्पादन में नौवां स्थान है, जहाँ इसका कुल उत्पादन 1.48 मिलियन टन होता है। हमारे देश में सेब के कुल उत्पादन का 58 प्रतिशत जम्मू कश्मीरए 29 प्रतिशत हिमाचल प्रदेशए 12 प्रतिशत उत्तरांचल तथा 1 प्रतिशत अरूणाचल प्रदेश में होता है। शीतोष्ण फलों में सेब अपने विशिष्ट स्वादए सुगन्धए रंग व अच्छी भण्डारण क्षमता के कारण प्रमुख स्थान रखता है। इसका उपयोग ताजे एवं प्रसंस्कृत उत्पादों जैसे. जैमए जूसए मुरब्बा इत्यादि के रूप में भी किया जाता है। सेब में कार्बोहाइड्रेटए वसाए प्रोटीन खनिज तत्वों के साथ.साथ अनेक विटामिन्स भी पर्याप्त मात्रा में पाये जाते हैं। जो कि स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभप्रद है। यदि बागान बंधु इसकी बागवानी वैज्ञानिक तकनीक से करें तो सेब का अधिकतम उत्पादन प्राप्त किया जा ...